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बड़ी खबर–सरकार के कार्यो के उल्लेख के साथ आत्मनिर्भर भारत की कामना की...राष्ट्रपति के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत

  दिल्ली–आज यानि 31 जनवरी से संसद का बजट सत्र की शुरुआत हो गई है...संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहली बार संसद के ज्वाइंट सेशन को सं...

 

दिल्ली–आज यानि 31 जनवरी से संसद का बजट सत्र की शुरुआत हो गई है...संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहली बार संसद के ज्वाइंट सेशन को संबोधित किया...जिसमें  बजट से पहले राष्ट्रपति ने अपना पहला अभिभाषण दिया...ये अभिभाषण करीब 1 घंटे 2 मिनिट तक चला...अभिभाषण में माननीय राष्ट्रपति ने सरकार के कार्यो का ब्यौरा देते हुए सर्जिकल स्ट्राइक, आतंकवाद पर सख्ती, आर्टिकल 370 और तीन तलाक का जिक्र भी किया...इसके अलावा उन्होंने कहा कि अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड, स्वतन्त्रता की स्वर्णिम शताब्दी का, और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है... ये 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं...मेरी सरकार के लगभग नौ वर्षों में भारत के लोगों ने अनेक सकारात्मक परिवर्तन पहली बार देखे हैं... सबसे बड़ा परिवर्तन यह हुआ है कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का भारत को देखने का नज़रिया बदला है.. भगवान बसवेश्वर ने कहा था – कायकवे कैलास... अर्थात् कर्म ही पूजा है, कर्म में ही शिव हैं...उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए मेरी सरकार राष्ट्र निर्माण के कर्तव्य को पूरा करने में तत्परता से जुटी है... उन्होंने कहा कि मैं आज इस सत्र के माध्यम से, देशवासियों का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने लगातार दो बार, एक स्थिर सरकार को चुना है... मेरी सरकार ने देशहित को सदैव सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति में संपूर्ण परिवर्तन की इच्छाशक्ति दिखाई..मेरी सरकार का स्पष्ट मत है कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र का और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा दुश्मन है... इसलिए बीते वर्षों से भ्रष्टाचार के विरुद्ध निरंतर लड़ाई चल रही है... हमने सुनिश्चित किया है कि व्यवस्था में ईमानदार का सम्मान होगा...इसके अलावा माननीय राष्ट्रपति ने आत्मनिर्भर भारत बनाने पर जोर दिया...उन्होंने कहा कि हम ऐसा भारत बनाएं..जहां गरीबी न हो और मध्यम वर्ग वैभव से युक्त हो..।

आइए जानते है अभिभाषण की मुख्य बातें-


जनधन-आधार-मोबाइल से फर्जी लाभार्थियों को हटाने से लेकर वन नेशन वन राशन कार्ड तक, एक बहुत बड़ा स्थाई सुधार हमने किया है.. बीते वर्षों में डीबीटी के रूप में, डिजिटल इंडिया के रूप में, एक स्थाई और पारदर्शी व्यवस्था देश ने तैयार की है।

आयुष्मान भारत योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है, उनके 80 हजार करोड़ रुपए खर्च होने से बचाए हैं।

जल जीवन मिशन के तहत तीन वर्षों में करीब 11 करोड़ परिवार पाइप वॉटर सप्लाई से जुड़ चुके हैं... इसका सबसे ज्यादा लाभ गरीब परिवारों को ही हो रहा है।

सरकार ने पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को नई परिस्थितियों के अनुसार आगे भी चलाने का निर्णय लिया है... यह एक संवेदनशील और गरीब-हितैषी सरकार की पहचान है।

सरकार की प्राथमिकता में देश के 11 करोड़ छोटे किसान हैं.. ये छोटे किसान, दशकों से, सरकार की प्राथमिकता से वंचित रहे थे.. अब इन्हें सशक्त और समृद्ध करने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है।

सरकार ने अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की आकांक्षा को जगाया है.. ये वही वर्ग है जो विकास के लाभ से सबसे अधिक वंचित था.. अब जब मूल सुविधाएं इस वर्ग तक पहुंच रही हैं, तब ये लोग नए सपने देखने में सक्षम हो पा रहे हैं।

नॉर्थ ईस्ट और हमारे सीमावर्ती क्षेत्र, विकास की एक नई गति का अनुभव कर रहे हैं..सीमावर्ती गांवों तक बेहतर सुविधाएं पहुंचाने के लिए सरकार ने Vibrant Villages Programme पर काम शुरू किया है.. राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी सीमावर्ती क्षेत्रों में अभूतपूर्व infrastructure बीते सालों में तैयार किया गया है। इससे भी, इन क्षेत्रों में विकास को गति मिल रही है।

‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की सफलता आज हम देख रहे हैं.. देश में पहली बार पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक हुई है एवं महिलाओं का स्वास्थ्य भी पहले के मुकाबले और बेहतर हुआ है।

सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि किसी भी काम, किसी भी कार्यक्षेत्र में महिलाओं के लिए कोई बंदिश न हो।

सरकार का स्पष्ट मत है कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र का और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा दुश्मन है.. इसलिए बीते वर्षों से भ्रष्टाचार के विरुद्ध निरंतर लड़ाई चल रही है.. हमने सुनिश्चित किया है कि व्यवस्था में ईमानदार का सम्मान होगा।

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