प्रदेश में बिजली बिल राजनीतिक मुद्दा बनता रहा है पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने बिजली बिल हाफ करने का वादा जनता से किया था यह...
प्रदेश में बिजली बिल राजनीतिक मुद्दा बनता रहा है पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने बिजली बिल हाफ करने का वादा जनता से किया था यह वादा कितना पूरा हुआ या नहीं यह बहस का विषय हो सकता है। लेकिन बिजली बिल जमा नहीं करने से विद्युत विभाग नुकसान में रहता है यह किसी से छुपा नहीं है ताजा मामला जगदलपुर में निकलकर आया है जगदलपुर शहर के राजीव भवन का बिजली बिल पिछले 4 महीने से नहीं जमा किया गया है तकरीबन 77000 रूपए राशि कांग्रेस पार्टी के ऊपर बकाया है।
बिजली बिल जमा नहीं करने पर आमतौर पर विद्युत विभाग लाइन काटने की कार्यवाही करता है और आम आदमी को बिल भुगतान के बाद भी विद्युत कार्यालय के कई बार चक्कर लगाने पड़ते हैं लेकिन अगर प्रदेश में सत्ताधारी दाल ही अपनी मनमानी पर उतर आए तब कौन सा विभाग आखिर कार्यवाही कर सकता है जगदलपुर स्थित कांग्रेस पार्टी के कार्यालय का बिल पिछले 4 महीने से बकाया है राशि कोई ज्यादा बड़ी नहीं है बावजूद जिम्मेदारों ने भुगतान को गंभीरता से नहीं लिया।
विद्युत विभाग के अधिकारी ..... अग्रवाणी ने बताया बकाया भुगतान के लिए उनके द्वारा जिला अध्यक्ष से भी चर्चा की गई स्थानीय कांग्रेसी विधायक से लेकर कांग्रेसी मा पर तक उन्होंने गुहार लगाई लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि ने कांग्रेस कार्यालय के बिजली बिल भुगतान को लेकर कोई रुचि नहीं दिखाई जिसका खामियाजा विद्युत विभाग को उठाना पड़ रहा है।
नवनियुक्त जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य ने जल्द भुगतान का किया है वादा हाल ही में कांग्रेस पार्टी में जिला अध्यक्ष को बदल गया है सुशील मौर्य शहर जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं विद्युत विभाग में सुशील मौर्य से भी संपर्क किया उन्होंने हवाला दिया है कि शहर जिला अध्यक्ष की कुर्सी संभाले महज कुछ ही दिन हुए हैं जल्द ही बिजली बिल का भुगतान उनके द्वारा किया जाएगा।
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