चित्रकोट–बस्तर की चित्रकोट विधानसभा में कांग्रेस पार्टी की ओर से पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज चुनावी मैदान में उतरे हुए है वहीं भारतीय जनता पा...
चित्रकोट–बस्तर की चित्रकोट विधानसभा में कांग्रेस पार्टी की ओर से पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज चुनावी मैदान में उतरे हुए है वहीं भारतीय जनता पार्टी ने विनायक गोयल को मैदान में उतारा है पीसीसी के अध्यक्ष दीपक बैज वर्तमान में बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद हैं 2013 में दीपक बैज ने सीटिंग विधायक बैदुराम कश्यप को तकरीबन 13 हजार वोटों से हरा कर पहली बार विधायक बने थे 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में दीपक बैज ने भाजपा के लच्छू राम कश्यप को 17 हजार से अधिक वोटों से हरा कर दूसरी बार चुनाव जीतकर विधायक बने थे ऐसा माना जाता है कि बस्तर में कांग्रेस पार्टी का चेहरा बने दीपक बैज चित्रकोट विधानसभा में बेहद मजबूत पकड़ रखते हैं टिकट मिलने के बाद अपने पहले दौर में चित्रकूट पहुंचे दीपक भेजना कार्यकर्ताओं के बीच भी यही बयान दिया उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता दीपक बैज है मीडिया से बात करते हुए भी दीपक बैज ने चुनाव जीतने का दावा किया।
दीपक या विनायक
चित्रकोट विधानसभा में सीधा मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार विनायक गोयल और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के बीच होगा जहां दीपक बैज लगातार कई चुनाव में अपनी जीत दर्ज कर चुके हैं और संगठन में मजबूत पकड़ रखते हैं दूसरी तरफ विनायक गोयल एक लंबे अरसे से कोई भी चुनाव नहीं लड़े हालांकि दो बार वह जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हो चुके हैं 2019 में हुए उपचुनाव में विनायक गोयल का नाम चर्चाओं में आया था हालांकि पार्टी ने उन्हें तब टिकट नहीं दिया ऐसा बताया जाता है कि विनायक उपचुनाव नहीं लड़ना चाहते थे।
कांग्रेस में गुटबाजी
कांग्रेस पार्टी ने सिटिंग विधायक राजमन बेंजाम का टिकट काटकर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को मौका दिया है इसके अलावा ग्रामीण जिला अध्यक्ष बलराम मौर्य भी टिकट पाने की लालसा में थे कांग्रेस के अंदर तोकापाल से रुक्मणी कर्मा और लोहंडीगुड़ा से पूर्व जिला पंचायत सदस्य बालों बघेल भी विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहती थी हालांकि विधायक बेंजाम ने पार्टी के फैसले का स्वागत करते हुए पीसीसी अध्यक्ष के पक्ष में प्रचार करने की बात कही है लेकिन राजमन के इस बयान से यह नहीं समझा जाना चाहिए कि कांग्रेस के अंदर सब कुछ ठीक है।
भाजपा में भी गुटबाजी लेकिन विनायक को चुनौती ज्यादा
चित्रकोट विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के पास दो पूर्व विधायक हैं जो कि अभी सक्रिय राजनीति में अंगद की पर की तरह अपनी जड़े विधानसभा में जमाएं हुए हैं तोकापाल क्षेत्र से बैदू राम कश्यप लगातार अपनी दावेदारी कर रहे थे 2013 विधानसभा चुनाव और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में दीपक बैज से इन्हें हार झेलनी पड़ी थी इसके अलावा 2003 में विधायक बने लच्छू राम कश्यप भी एक बड़ा चेहरा विधानसभा के अंदर माने जाते है पार्टी ने भी उन्हें दो बार मौका जरूर दिया लेकिन 2018 में विधानसभा चुनाव और 2019 में हुए लोग उपचुनाव में उन्हें हार मिली पार्टी ने नए चेहरे को मौका दिया भाजपा के अंदर तोकापाल से जिला पंचायत सदस्य रैतू राम बघेल और लोहंडीगुड़ा ब्लॉक से जनपद सदस्य डॉ बसंत कश्यप की भी कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ मानी जाती है इन दोनों नेताओं ने भी अपनी अपनी दावेदारी चुनाव लड़ने के लिए की थी इसके अतिरिक्त बास्तानार ब्लॉक से बलदेव मंडावी भी युवा नेता के रूप में उभर रहे है कांग्रेस की तुलना में भारतीय जनता पार्टी के अंदर छोटे बड़े सक्रिय नेताओं की संख्या ज्यादा दिखती है और यही कारण भी अलग-अलग गुटों के बनने का नजर आता है भाजपा के नेता क्या आप सी रस्साकशी को बुलाकर पीसीसी अध्यक्ष के खिलाफ एकजुट होकर लड़ेंगे यह अब देखना होगा।
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