जगदलपुर - बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव के ऐलान के साथ ही जगदलपुर में चैंबर में प्रतिनिधित्व का ख्वाब पालने वाले व्यापारी सक्रिय हो गए है...
जगदलपुर - बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव के ऐलान के साथ ही जगदलपुर में चैंबर में प्रतिनिधित्व का ख्वाब पालने वाले व्यापारी सक्रिय हो गए है, बस्तर चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के लिए अब तक 17 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिया है, विभिन्न पदों में एकल नामांकन पत्र दाखिल हुए है वहीं उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष पद के लिए 2-2 नामांकन पत्र दाखिल किए गए है ऐसी स्थिति में इन्हीं पदों के लिए चुनाव की संभावना जताई जा रही है पूरी तस्वीर 24 अगस्त नामांकन पत्र वापिस करने की अंतिम तारीख को साफ हो जाएगी।
बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव में शहर के जाने माने कॉलोनाइजर अशोक लुंकड़ ने शहर वासियों का ध्यान एक विज्ञापन के जरिए अपनी ओर खींचा है, दरअसल अशोक लुंकड़ ने अपने आपको दूरदर्शी बताते हुए बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष चुने जाने के लिए वादों की झड़ी लगा दी है, उन्होंने विज्ञापन के जरिए केशकाल घाटी की समस्या, रेलवे लाइन, पर्यटन, सड़क मार्ग, वायु मार्ग सहित विभिन्न समस्याओं को दूर करने का वादा कर दिया है लाखों रुपए खर्च कर दिए विज्ञापन में उन्होंने अपने पार्किंग और शौचालय जैसी समस्याओं को दूर करने का वादा किया है. उन्होंने इसके लिए शासन प्रशासन से सहयोग लेने की बात भी कही है। अपने विज्ञापन के जरिए अशोक लुंकड़ ने व्यापारियों के ऊपर अफसरशाही हावी होने की बात कह कर स्थानीय प्रशासन पर भी निशाना साधा है, अशोक लुंकड़ ने उपाध्यक्ष चुने जाने पर चैंबर में एकाधिकार समाप्त करने की बात कहते हुए पुराने पदाधिकारियों को भी निशाने पर लिया है।
कॉलोनाइजर अशोक लुंकड़ के वादों पर क्या व्यापारी करेंगे भरोसा - कॉलोनाइजर अशोक लुंकड़ ने कई आधे अधूरे प्रोजेक्ट शहर में बनाए है, शहर में सनसिटी, महावीर नगर, अशोका लाइफ स्टाइल, अशोका रेजीडेंसी में निवास कर रहे लोग आज भी उनके किए वादे याद करते है कई कॉलोनियों में आज भी सड़क अधूरी पड़ी है कई कॉलोनियों में तो नाली निर्माण का काम भी पूरा नहीं हुआ कॉलोनाइजर ने इन कॉलोनियों में पार्क बनाने का वादा किया लेकिन ये वादा भी अधूरा ही रह आज भी इन कॉलोनियों में रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान होते है, चैंबर चुनाव के लिए अशोक लुंकड़ द्वारा किए गए वादों से व्यापारी कितने प्रभावित होते है यह तो वक्त बताएगा लेकिन उनके द्वारा निर्मित कॉलोनियों में निवास करने वाले लोगों को कुछ पुराने वादे जरूर याद आ गए है।
शहर में कानाफूसी अशोक लुंकड़ ने उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है लेकिन उनके वादे चांद तक (आसमानी) नजर आ रहे लोगों में यह भी चर्चा है की अगर वे अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी करते तो उनके वादे शायद सातवें आसमान तक पंहुच जाते वैसे भी अशोक लुंकड़ वादें करने में तो माहिर ही है खैर शहर में चर्चा इस बात की भी है की उन्हें शहर के विकास लिए अध्यक्ष पद का नामांकन दाखिल करना था।
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